अरका जैन यूनिवर्सिटी द्वारा स्वास्थ्य शिक्षा की अनूठी पहल, विश्व एड्स दिवस पर मुसरिकुदार गांव में ग्रामीण हुए जागरूक
सर्च न्यूज : सच के साथ :
- स्कूल ऑफ नर्सिंग के छात्रों के प्रयास से ग्रामीणों में बढ़ी जागरूकता
- टूटा एड्स से जुड़ा भ्रम, छात्रों ने सरल भाषा में दी HIV/AIDS से जुड़ी सही जानकारी
जमशेदपुर : अरका जैन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ नर्सिंग की ओर से सोमवार को विश्व एड्स दिवस के अवसर पर मुसरिकुदार गांव में व्यापक स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय में यह आयोजन अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत किया। इस वर्ष विश्व एड्स दिवस का वैश्विक थीम “रुकावटों को दूर कर एड्स प्रतिक्रिया में बदलाव लाना” है। इसी थीम के अनुरूप, अरका जैन यूनिवर्सिटी की इस पहल का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को एचआईवी/एड्स से संबंधित भ्रांतियों से दूर कर वैज्ञानिक और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना था।
कार्यक्रम में लगभग 25-30 ग्रामीण, युवा एवं छात्र-छात्राएं शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान उनमें काफी उत्साह देखा गया। यूनिवर्सिटी के नर्सिंग छात्रों ने अपने सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक अनुभव का उपयोग करते हुए अत्यंत सरल और समझने योग्य भाषा में एचआईवी/एड्स के कारण, लक्षण, संक्रमण के तरीके और बचाव उपायों पर विस्तृत जानकारी दी।
साथ ही, प्रतिभागियों को एड्स से जुड़े सामाजिक कलंक (Stigma) और भेदभाव (Discrimination) से दूर रहने, समय पर जांच कराने और जागरूक रहने का संदेश भी स्पष्ट रूप से समझाया।
स्वास्थ्य शिक्षा की सार्थकता तभी, हाशिए के समुदायों तक पहुंचे : प्रति कुलपति
प्रति कुलपति डॉ. अंगद तिवारी ने इस पहल की प्रशंसा करते हुए कहा कि स्वास्थ्य सेवा में शिक्षा का वास्तविक अर्थ तभी सामने आता है जब विशेषज्ञता को हाशिए पर खड़े समुदायों तक पहुंचाया जाए। यह कार्यक्रम ग्रामीण स्वास्थ्य सशक्तिकरण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
यूनिवर्सिटी ज्ञान को दीवारों तक सीमित नहीं रखती : कुलसचिव
कुलसचिव डॉ. अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि यूनिवर्सिटी ज्ञान को दीवारों तक सीमित नहीं रखती। विश्व एड्स दिवस पर किया गया यह सामुदायिक कार्यक्रम छात्रों को जिम्मेदार नागरिक बनाने के हमारे विज़न को मजबूत करता है।
छात्रों ने दिया : संवेदनशीलता व सेवा भाव का परिचय : प्राचार्या
स्कूल ऑफ़ नर्सिंग की प्राचार्या जीनु ऐनी जोसफ ने कहा कि छात्रों ने न केवल जानकारी साझा की, बल्कि संवेदनशीलता और सेवा भाव का उत्कृष्ट परिचय भी दिया। यह पहल युवाओं की स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका को उजागर करती है।
कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने गांव में स्वास्थ्य जागरूकता को नई दिशा दी। अरका जैन यूनिवर्सिटी का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिक्षा और एक स्वस्थ समाज के निर्माण की दिशा में सराहनीय और प्रेरणादायक कदम साबित हुआ।
