एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच पर सियासी विवाद‚ विपक्ष ने उठाए गंभीर सवाल

सर्च न्यूज़ सच के साथ : भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले एशिया कप के मुकाबले पर सियासी घमासान शुरू हो गया है।
यह मैच 14 सितंबर को खेला जाएगा, और इस पर विरोध जताने वालों ने इसे सरकार और बीसीसीआई की विफलता के रूप में पेश किया है। विरोध करने वालों का कहना है कि यह मैच न केवल राजनीतिक बल्कि सुरक्षा के लिहाज से भी संवेदनशील है, खासकर तब जब देश में आतंकवादी हमलों की घटनाएं बढ़ गई हैं।
हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने देशभर में चिंता की लहर दौड़ा दी थी, और विपक्ष का आरोप है कि इस मैच के आयोजन से पहले सुरक्षा व्यवस्था पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।विपक्षी नेताओं का मानना है कि ऐसे समय में जब देश में गंभीर सुरक्षा खतरे मौजूद हैं, तब भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच का आयोजन देश के लिए एक जोखिम हो सकता है।
उनका कहना है कि इससे न केवल सुरक्षा बलों का ध्यान बंटेगा बल्कि यह एक राजनीतिक मुद्दा भी बन सकता है। विपक्षी दलों के नेता इस विषय पर सरकार से जवाब मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच मैच होते हैं तो यह भारत के लिए एक बड़ी विफलता होगी, खासकर जब राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी।
दूसरी ओर, भारत सरकार और बीसीसीआई का कहना है कि इस मैच के आयोजन में सभी आवश्यक सुरक्षा प्रबंध किए जाएंगे और जो भी जोखिम हो सकते हैं, उन्हें ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, विपक्ष का कहना है कि सरकार और बीसीसीआई को पहले देश की सुरक्षा पर ध्यान देना चाहिए और फिर इस मैच के आयोजन की बात करनी चाहिए। इस बीच, कई सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी इस मैच के आयोजन पर चिंता जताई है और यह सवाल उठाया है कि क्या इस समय क्रिकेट मैच की योजना बनाना उचित है, जब देश में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच एशिया कप का यह मुकाबला दोनों देशों के लिए एक बड़ा खेल आयोजन माना जाता है, लेकिन इस पर बढ़ती सियासी और सुरक्षा चिंताओं ने इसे एक विवाद का रूप दे दिया है।