सिकोड़ा से गांव में दाखिल हुआ हाथी‚ मची अफरा-तफरी

किता (जिला) — जिले के किता गांव में सोमवार सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक जंगली हाथी अचानक गांव की सीमा में प्रवेश कर गया। यह हाथी अपने झुंड से बिछड़कर सिकोड़ा की ओर से गांव की तरफ आया था।
ग्रामीणों ने जैसे ही उसे देखा, तो अफरा-तफरी मच गई।गवाहों के अनुसार, हाथी गांव के किनारे तक पहुंच चुका था जब वहां एक मोटरसाइकिल की तेज आवाज से वह उत्तेजित हो उठा। इसके बाद उसने वहां मौजूद लोगों की ओर दौड़ लगा दी, जिससे भयभीत ग्रामीण जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। इसी बीच कुछ लोगों ने हाथी को जंगल की ओर खदेड़ने के बजाय उसे चारों ओर से घेरने की कोशिश की, जिससे वह और अधिक आक्रामक हो गया।इस दौरान वन विभाग की कोई भी टीम मौके पर नहीं पहुंच सकी
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर हाथी को खुला रास्ता दिया गया होता, तो वह संभवतः शांतिपूर्वक जंगल की ओर लौट जाता। लेकिन बार-बार की घेराबंदी से वह बौखला गया और स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।घटना के चलते किता गांव में भय का माहौल बन गया। यहां की आबादी कम है और घर भी दूर-दूर पर स्थित हैं।
जब हाथी खेतों की ओर बढ़ा, तो वहां मौजूद पालतू जानवरों की गतिविधियों से वह असहज महसूस करने लगा और तेज़ी से इधर-उधर दौड़ने लगा। ग्रामीणों ने बताया कि यहां तक कि जानवरों तक में भय स्पष्ट रूप से देखा जा सकता था।पूरे घटनाक्रम के दौरान वन विभाग की गैरमौजूदगी ग्रामीणों की चिंता का मुख्य कारण बनी रही। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि वन विभाग की त्वरित प्रतिक्रिया टीम को इन संवेदनशील क्षेत्रों में तैनात किया जाए और गांवों को पहले से सतर्क किया जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं भयावह रूप न ले सकें।