चांडिल में हमला‚ पूर्व लोकसभा प्रत्याशी ने लगाए माफियाओं पर गंभीर आरोप

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झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र में पूर्व लोकसभा प्रत्याशी और सामाजिक कार्यकर्ता प्रबीन चंद्र महतो पर जानलेवा हमला किया गया। यह घटना भुइयांडीह गांव में उस समय घटी जब प्रबीन महतो अवैध जमीन कब्जे के मामलों की जानकारी एकत्रित कर रहे थे। इस हमले ने इलाके में सक्रिय भूमि माफिया गिरोहों और प्रशासनिक उदासीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
प्रबीन महतो ने आरोप लगाया कि इस हमले की साजिश पूर्व जिला परिषद सदस्य ओम प्रकाश लायेक के इशारे पर रची गई थी, जो इलाके में अवैध जमीन कारोबार का मुख्य सरगना है। उन्होंने बताया कि इस हमले को अंजाम देने वालों में गांव के संतोष लायेक, चंद्रकांत लायेक और मंगल लायेक शामिल थे। महतो के अनुसार, यह हमला सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि संगठित माफिया गिरोह द्वारा किया गया प्रयास था ताकि अवैध जमीन धंधे के खिलाफ उठ रही आवाज को दबाया जा सके।महतो ने खुलासा किया कि वर्ष 2014 और 2016 में भी उन पर हमला हो चुका है और अब जाकर इन घटनाओं के पीछे की साजिश स्पष्ट हो रही है। उन्होंने कहा कि यह पूरा रैकेट सीएनटी और एसपीटी एक्ट का खुलेआम उल्लंघन कर रहा है और गरीब आदिवासी परिवारों की जमीनें जबरन कब्जाई जा रही हैं।उन्होंने यह भी बताया कि हमले के वक्त जब गांव की महिला पद्मावती महतो ने बीच-बचाव की कोशिश की, तो उसके साथ भी बदसलूकी और मारपीट की गई।
इससे यह स्पष्ट है कि हमलावरों को किसी भी कानून का डर नहीं है।प्रबीन महतो ने जिला प्रशासन और पुलिस से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप कर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भुइयांडीह और आसपास के गांव माफिया तत्वों के कब्जे में चले जाएंगे और कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा जाएगी।उन्होंने ओम प्रकाश लायेक पर सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा करने, गरीबों की जमीन हथियाने और पूरे क्षेत्र में भय का माहौल पैदा करने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। महतो ने प्रशासन से मांग की कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि क्षेत्र में कानून का राज स्थापित हो सके और गरीबों के अधिकारों की रक्षा हो।