छठ महापर्व को UNESCO की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर सूची में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू, भारतीय संस्कृति को मिलेगा वैश्विक सम्मान

भारतीय लोक आस्था, मातृशक्ति की आराधना और प्रकृति पूजन का प्रतीक छठ महापर्व अब वैश्विक मंच पर अपनी पहचान दर्ज कराने की ओर बढ़ रहा है। केंद्र सरकार ने इस पर्व को UNESCO की Intangible Cultural Heritage
(अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर) सूची में शामिल करने की औपचारिक प्रक्रिया शुरू कर दी है।लोक आस्था का पर्व पहुंचेगा अंतरराष्ट्रीय मंच परझारखंड बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अमरप्रीत सिंह काले ने कहा कि यह पहल हमारे पूर्वजों की परंपराओं, लोकसंस्कृति की पवित्रता और प्रकृति के प्रति श्रद्धा को अंतरराष्ट्रीय मान्यता दिलाने में अहम होगी।
उनके अनुसार, यह निर्णय भारत की सांस्कृतिक विरासत को नई ऊँचाई पर ले जाएगा।
सरकार ने स्वीकारा प्रस्ताव, नोडल एजेंसी नियुक्तछठी मइया फाउंडेशन द्वारा प्रस्तुत प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी देते हुए संगीत नाटक अकादमी को नोडल एजेंसी नियुक्त किया है।
यह संस्था UNESCO में प्रस्ताव पेश करने और प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का कार्य करेगी।काले का आभार और उम्मीदेंअमरप्रीत सिंह काले ने इस निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्र सरकार और संबंधित विभाग का आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि यह पहल आने वाली पीढ़ियों के लिए छठ महापर्व की महिमा को सुरक्षित और अमर कर देगी, साथ ही भारतीय संस्कृति और लोक आस्था को वैश्विक पहचान दिलाएगी।