क्या शुगर फ्री बीमारी को न्योता तो नहीं दे रहा

एस्पार्टेम एक कृत्रिम मिठास है जो आमतौर पर डाइट कोला, शुगर-फ्री च्युइंग गम, मिठाई और अन्य कम कैलोरी वाले खाद्य उत्पादों में मिलाया जाता है। यह चीनी से लगभग 200 गुना अधिक मीठा होता है।
कुछ लोगों को इसके सेवन से दुष्प्रभाव महसूस हो सकते हैं। सामान्यत: यह सुरक्षित माना जाता है, लेकिन कुछ संभावित साइड इफेक्ट्स इस प्रकार हैं:
कुछ लोगों को सिरदर्द या माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। यह प्रभाव हर किसी में नहीं देखा जाता लेकिन कुछ संवेदनशील लोग इसकी शिकायत करते हैं।
चक्कर आना, मूड में बदलाव या बेचैनी जैसी मानसिक समस्याएं भी कुछ लोगों में देखने को मिलती हैं।
पाचन से जुड़ी परेशानियाँ जैसे गैस, अपच या पेट दर्द की शिकायत हो सकती है, खासकर जब इसे अधिक मात्रा में लिया जाए।
नींद में खलल या अनिद्रा की शिकायत भी कुछ लोगों ने की है।
फेनिलकीटोनुरिया नामक एक अनुवांशिक रोग से पीड़ित लोगों को एस्पार्टेम से पूरी तरह बचना चाहिए क्योंकि इसमें फेनिलएलानिन नामक अमीनो एसिड होता है जिसे उनका शरीर नहीं तोड़ सकता।
कुछ पुराने शोधों में इसे मस्तिष्क संबंधी रोग, मिर्गी के दौरे या कैंसर से जोड़ा गया था, लेकिन बड़े स्तर के वैज्ञानिक अध्ययन इन दावों की पुष्टि नहीं करते।
2023 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे “संभवतः कैंसरकारक” की श्रेणी में रखा था, लेकिन यह भी कहा कि सीमित मात्रा (प्रति दिन शरीर के वजन के हिसाब से 40 मिलीग्राम प्रति किलो) में इसका सेवन सुरक्षित है।
इसलिए सामान्य लोगों के लिए एस्पार्टेम सीमित मात्रा में सुरक्षित है। यदि आपको इससे कोई दिक्कत महसूस हो रही है तो कुछ सप्ताह के लिए इसका सेवन बंद करके फर्क महसूस करें।