अपनी भाषा-संस्कृति को संरक्षित व प्रोत्साहित करना सबकी जिम्मेदारी : चम्पई

जसकनडीह ग्रामसभा की ओर से गुरु लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा का अनावरण
जमशेदपुर : आदिवासी हो समाज युवा महासभा, ग्रामसभा जसकनडीह की ओर से ओत गुरु लाको बोदरा की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने विधि विधान के साथ किया. मंच संचालन आदिवासी हो समाज युवा महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरा बिरुली ने किया. इस अवसर पर हो भाषा के विकास और प्रसार पर भी चर्चा की गई और इसे जन-जन तक पहुंचाने के लिए संकल्प लिया गया. कार्यक्रम में मौजूद अन्य अतिथियों और समाज के सदस्यों ने ओत गुरु लाको बोदरा की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया.
मौके पर चंपई सोरेन ने कहा कि भाषा और संस्कृति हमारी पहचान है और इसे संरक्षित और प्रोत्साहित करना हम सबकी जिम्मेदारी है. ओत गुरु लाको बोदरा का योगदान हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा और हमें उनकी विरासत को सहेजने के लिए काम करना चाहिए. कार्यक्रम के अन्य अतिथियों में पार्षद कुसुम पुरती, मुखिया संजू भूमिज, राम चन्द्र तियु, हातु मुंडा, मुखिया सुमन सिरका, प्रधान सुखलाल हेम्ब्रोम, मुखिया नीरज सिंह सरदार, विश्वजीत भगत आदि मौजूद थे. इसे सफल बनाने में सुरा बिरुली के साथ गंगाराम बानरा, शिव हांसदा, चैतन्य पुरती, मोचीराम मार्डी, बेतो कुंकल, सकरु कुंकल, हकाल मुर्मू, मोना देवगम, मोती लाल सामाड, साधु सामड, रतन सामड, मोसो सोय, कन्हाई हेम्ब्रोम, सोनाराम अल्डा, संदीप सामड, अजय सामड, राजू सामड आदि उपस्थित थे.