October 23, 2025

हिंदी से प्रेम कर ही बच्चों में जगा सकते हैं सम्मान का भाव

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हिंदी दिवस पर तुलसी भवन में ‘सहयोग’ का कार्यक्रम

जमशेदपुर : बिस्टुपुर तुलसी भवन में बहुभाषीय साहित्यिक संस्था ‘सहयोग’ ने हिन्दी दिवस का आयोजन किया, जिसमे पार्षद डॉ. कविता परमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था की संरक्षिका डॉ. रागिनी भूषण ने की. कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण कर मुख्य अतिथि ने किया. साथ ही डॉ. रागिनी भूषण, विद्या तिवारी, पुष्पा कुमारी द्वारा ज्ञान दीप प्रज्वलित की. उपासना सिन्हा ने माँ सरस्वती की वंदना प्रस्तुत करते हुए सभागार को भक्तिमय बना दिया.
संस्था की सचिव विद्या तिवारी ने मुख्य अतिथि, अध्यक्ष, संस्था के सदस्यों एवं सभागार में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए हिन्दी के बढ़ते प्रभाव व्यक्त किया.
इसके बाद सहयोग के सदस्यों ने कविता, लघुकथा, विचार से हिन्दी की दशा और दिशा पर भाव व्यक्त किया गया. कार्यक्रम में रीना सिन्हा, सुष्मिता मिश्रा, गीता दूबे, सरिता सिंह, डॉ.आशा गुप्ता, मनीला कुमारी, सोनी सुगंधा, अरूणा झा,-ज्योत्स्ना अस्थाना, शीला कुमारी, सुदीप्ता जेठी, माधुरी मिश्रा, मंजु कुमारी, अन्नी अमृता, ममता कर्ण, पूनम सिंह, नीलम पेड़ीवाल, छाया प्रसाद, आलोक मंजरी आदि ने साहित्यिक रसधार प्रवाहित करने में योगदान दिया.
मुख्य अतिथि ने बताया कि हिन्दी कैसे पूरे विश्व में प्रसारित होकर एक महत्वपूर्ण भाषा के रूप में लोकप्रिय हो रही है. कहा कि आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हिन्दी में हर विषय की पुस्तकें छापी जा रही है जिससे हिन्दी को अध्ययन का पूर्ण माध्यम बनाया जा सके. उन्होंने कहा कि जबतक हम हिन्दी से प्रेम नहीं करेंगे तब तक हिन्दी के प्रति सम्मान का भाव बच्चों में नही जगा सकते. इसलिये पहले घर को हिन्दीमय बनाने का संकल्प लें.
कार्यक्रम की संयोजिका डॉ. पुष्पा कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन किया. युवा रचनाकार अंशुमान भगत ने अपनी साहित्यिक यात्रा बताते हुए हिन्दी के प्रति अपने अनुराग व्यक्त किया. कार्यक्रम का संचालन डॉ. लक्ष्मी कुमारी ने किया. कार्यक्रम में डॉ. पूनम सहाय, डॉ. लक्ष्मी झा, एस पी सिन्हा, अनुज सिन्हा, परवेज़ अख़्तर, कृष्णा सिन्हा, पुष्पांजलि आदि उपस्थित थे.