काशीडीह : 11 पंडितों के मंत्रोच्चारण व शंखध्वनि के साथ दुर्गापूजा पंडाल का उद्घाटन

बाबूलाल मरांडी, विद्युत महतो, पूर्णिमा साहू सहित अन्य गण्यमान्यों ने किया पूजन, भक्तों का भी पहुंचना शुरु
जमशेदपुर : ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह क्लब द्वारा आयोजित ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह दुर्गापूजा महोत्सव का शुभारंभ काशीडीह रामनवमी मैदान में आज हुआ. विधिवत उद्घाटन राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री एवं वर्तमान में राज्य के नेता प्रतिपक्ष एवं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने किया. मंच पर श्री मरांडी के साथ सांसद विद्युत वरण महतो, विधायक पूर्णिमा साहू सहित क्लब के संरक्षक एव भाजपा के वरिष्ठ नेता अभय सिंह भी मौजूद थे. उद्घाटन समारोह 11 पंडितों द्वारा मंत्रोच्चारण एव शंखध्वनि के साथ अतिथियों द्वारा फीता काटकर किया गया. इसके उपरांत ठाकुर प्यारा सिंह उच्च विद्यालय के छात्रों एवं ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह क्लब के सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया.
अपने संबोधन में श्री मरांडी ने कहा कि उन्हें जमशेदपुर की पूजा संस्कृति और पूजा पंडाल के विहंगम दृश्यों ने यहां अपनी ओर आकर्षित किया है. उन्होंने मां दुर्गा की उपासना एवं उससे जुड़े धार्मिक अर्थों पर भी प्रकाश डाला. विद्युत महतो ने कहा कि पंडाल एवं मां दुर्गा की प्रतिमा का व्याख्यान करते हुए कहा कि इस बार बंगाल ही नहीं झारखंड के भी श्रमिकों ने इस पंडाल को बनाने में अपना श्रम दिया है, जो कि बधाई के पात्र हैं. विधायक पूर्णिमा ने मां दुर्गा के देवी के स्वरूप का गुणगान किया एवं समाज में नारी शक्ति, महिला शक्ति की महत्ता के विषय में अपने वक्तव्यों को रखा. अभय सिंह ने मां दुर्गा के नौ रूपों का वर्णन कर हर रूप की महत्ता को दर्शकों को समझाया. अतिथियों का स्वागत राज सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन भाजपा महानगर अध्यक्ष सुधांशु ओझा ने किया. कार्यक्रम का संचालन सम्राट सिंह ने किया. मौके पर क्लब के अध्यक्ष निर्भय सिंह, सुनील दास, कृष्ण प्रसाद, सुशील श्रीवास्तव, संजय कुमार, रिंकू तिवारी, सोमू दास, विनीत दुबे, सूरज जायसवाल, राहुल बंसल सहित कई सदस्य मौजूद थे.
पंडाल तैयार करने में पटमदा के कारीगरों का भी सहयोग
इस वर्ष ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह दुर्गा पूजा समिति का पंडाल पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पटमदा के कारीगरों द्वारा बारीकी से किया गया है, जिसमें तीन महीने का समय लगा है. पंडाल बनाने में कारीगर काश, पुआल का इस्तेमाल किया है.
तीन हिस्सों में है विभाजित है पंडाल
उक्त पंडाल तीन हिस्सों में विभाजित है. प्रथम चरण में पंडाल के अंदर प्रवेश करते ही गुजराती ढोल नृत्य, डांडिया के विहंगम दृश्य है. दूसरे हिस्से में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन लीला के गोकुल लीला, मुरली रूप में, श्रीकृष्ण की कदम्ब में आठवार, माखन खाना, पूतना वध, कंस वध, कालिया नाग वध संहार को प्रदर्शित किया गया है. इसके पश्चात पंडाल के गर्भगृह में मां दुर्गा, सरस्वती, मां लक्ष्मी एवं भगवान श्री गणेश एवं श्री कार्तिकेय जी की भव्य विग्रह रूप वाली प्रतिमा को स्थापित किया गया है.