October 19, 2025

कुड़मी समाज का 23 को उपायुक्त कार्यालय पर अधिकार रैली

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निर्मल गेस्ट हाउस में बैठक, ‘वृहद झारखंड कुड़मी समन्वय समिति’ गठित, रांची में महारैली 11 जनवरी को

जमशेदपुर : अपने हक व अधिकार के लिए कुड़मी समाज पुन: एकबार आंदोलन का रुख अख्तियार करनेवाला है. इस हेतु आज स्थानीय निर्मल गेस्ट हाउस में हुई कोल्हानस्तरीय बैठक में ‘वृहद झारखंड कुड़मी समन्वय समिति’ का गठन किया गया. बैठक के उपरांत समिति के संयोजक हरमोहन महतो, शीतल ओहदार व कुड़मी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो ने आंदोलन की रूपरेखा की घोषणा की.
उन्होंने संयुक्त रुप से बताया कि इसके तहत राज्य के अलग अलग प्रमंडल में तिथिवार आंदोलन होगा. इसकी शुरुआत 2 नवंबर को हजारीबाग, 16 नवंबर को चंदनकियारी (बोकारो), 23 नवंबर को पूर्वी सिंहभूम के जमशेदपुर, 2 दिसंबर को धनबाद व 14 दिसंबर को नवाडीह (बोकारो) में रैली होगी. इसके बाद 11 जनवरी, 2026 को रांची के मोरहाबादी मैदान में महारैली होगी. इन रैली का नाम ‘कुड़मी अधिकार रैली’ दिया गया है.
बताया कि जमशेदपुर में उपायुक्त कार्यालय में कोल्हान सहित झारखंड, बंगाल व ओडि़सा के कार्यकर्ता शामिल होंगे. अगर इन रैलियों के बाद भी केंद्र सरकार इन अधिकारों के प्रति समुचित ध्यान नही दिया तो समाज आर्थिक नाकेबंदी करने पर भी विचार कर सकता है. बैठक में उपरोक्त समाज के लोगों के साथ हरिशंकर महतो, सपन महतो, नारायण महतो, प्रणव महतो, संतोष महतो, विशाल चंद्र महतो, सुमित महतो, बिरेन महतो, पिंकी महतो, मोहिता महतो, अनिता महतो, रंजीता महतो, प्रबीर महतो, नेपाल महतो सहित कई लोग मौजूद थे.

एसटी में सूचीबद्ध करने की मांग : शीतल


शीतल ओहदार ने कहा कि उनकी मुख्य मांगों में कुड़मी जनजाति को अनुसूचित जनजाति में सूचीबद्ध करने, कुड़माली भाषा को 8वीं अनुसूची में शामिल करने व समाज के शहीदों के लगातार हो रहे अपमान पर रोक लगाने की मांग शामिल है.

किसी समाज का नहीं, सरकार का विरोध : हरमोहन


हरमोहन ने कहा कि हमारा आंदोलन किसी समाज के विरुद्ध नहीं है, बल्कि अपनी अस्मिता की रक्षा करना है. असल मे समाज का रेल रोको आंदोलन की सफलता व ईसाई बन चुके आदिवासी का नाम सूची से हटाने के विरोध में प्रायोजित प्रदर्शन है.

डरनेवाला नहीं, लडऩेवाला समाज है कुड़मी : शैलेन्द्र


शैलेंद्र महतो ने कहा कि किसी भी समाज की भीड़ से कुड़मी घबरानेवाले नहीं है. यह समाज डरनेवाला नही, बल्कि लडऩेवाला है. आनेवाले दिनों में इस तरह के किसी भी प्रयास का ईंट का जवाब चट्टान से मिलेगा.

हाईकोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में देंगे चुनौती : अरविंद
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अरविंद महतो ने कहा कि पश्चिम बंगाल में समाज के आंदोलन पर उच्च न्यायालय की रोक के बावत सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी जाएगी. कोर्ट के समक्ष इस बातों को रखा जाएगा कि अगर हमारे मौलिक अधिकारों पर रोक लग सकती है तो देश के सभी समाज के आंदोलन पर रोक लगा दिया जाए.

पिंकी बनीं कुड़मी सेना महिला की प्रदेश अध्यक्ष


बैठक में कुड़मी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेंद्र महतो ने बोड़ाम निवासी पिंकी महतो को संगठन की महिला प्रदेश अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया. साथ ही गम्हरिया निवासी प्रेम महतो को कोल्हान प्रमंडल अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया. शैलेंद्र ने दोनों पदाधिकारी को नियुक्ति पत्र सौंपा.