छठ व्रतधारियों को नदी घाटों में मिले सभी सुविधाएं

विधायक पूर्णिमा ने उपायुक्त को लिखा पत्र
जमशेदपुर : छठ महापर्व में श्रद्धालुओं की सुविधा व सुरक्षा को लेकर विधायक पूर्णिमा साहू ने उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी को पत्र लिखकर स्वर्णरेखा नदी किनारे स्थित विभिन्न छठ घाटों एवं जलाशयों पर साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल, शौचालय, सुरक्षा, यातायात और चिकित्सा सुविधाओं को समय पर पूरा करने का आग्रह किया है. पत्र में उन्होंने लिखा है कि नदी घाटों की साफ-सफाई, समतलीकरण, कचरा प्रबंधन और अप्रोच रोड की मरम्मत तत्काल कराई जाए. साथ ही घाटों, पहुंच मार्गों और पार्किंग स्थलों पर पर्याप्त प्रकाश की निर्बाध व्यवस्था सुनिश्चित हो.
उन्होंने महिला व्रतियों की सुविधा के लिए शुद्ध पेयजल, चलंत शौचालय और चेंजिंग रूम की व्यवस्था करने का अनुरोध किया है. सुरक्षा के दृष्टिकोण से उन्होंने ‘डेंजर जोन’ पर विशेष सतर्कता बरतने, भीड़ प्रबंधन हेतु पुलिस बल, महिला सुरक्षा कर्मी, होमगार्ड तथा एनडीआरएफ/एसडीआरएफ के गोताखोरों की तैनाती की मांग की है. ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर विधायक पूर्णिमा साहू ने कहा कि छठ पर्व के दौरान यातायात को सुगम बनाने के लिए उचित ट्रैफिक एवं पार्किंग प्रबंधन की योजना बनाकर उसे लागू किया जाए. इसके साथ ही संभावित आपात स्थिति से निपटने के लिए प्रत्येक घाट पर प्राथमिक उपचार केंद्र और एम्बुलेंस की व्यवस्था करने का भी आग्रह किया है.
विधायक पूर्णिमा ने घुमाया चाक, तैयार किये दीए
बाराद्वारी कुम्हारपाड़ा पहुंचकर पूछा उनका हालचाल
विधायक पूर्णिमा साहू ने बाराद्वारी के कुम्हारपाड़ा पहुंचकर स्थानीय कारीगरों से मुलाकात की और उनका कुशल क्षेम जाना. इस दौरान उन्होंने मिट्टी के दीये और सजावटी वस्तुओं की खरीदारी की एवं चाक पर मिट्टी घुमाकर खुद दीये भी तैयार की. इस दौरान उन्होंने दीयों में रंग भरकर उन्हें जीवन देने का प्रतीकात्मक संदेश भी दिया. मौके पर पूर्णिमा ने कहा कि इस दिवाली हम सबको स्वदेशी उत्पादों को अपनाकर ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को सशक्त बनाना होगा. मिट्टी के दीये और स्थानीय कारीगरों की रचनाएं पर्यावरण अनुकूल होने के साथ-साथ हमारे परंपरागत कौशल और आत्मनिर्भर भारत की भावना को भी जीवित रखती हैं. अपील की कि वे इस बार दिपावली में अपने घरों को मिट्टी के दीयों से सजाएं और कुम्हार भाइयों के घरों में भी खुशियों की रौशनी फैलाएं.