शहर के चारों ओर सुनाई दी ‘वाहे गुरु, वाहे गुरु…’ की गूंज
सोनारी से निकला नगरकीर्तन, सेवा करनेवालों की लगी कतार
जमशेदपुर : गुरु नानक देवजी के 556 वें प्रकाश पर्व के मौके पर शहर में सिख समुदाय की ओर से नगर कीर्तन निकाला गया. पूर्वाह्न लगभग 11.30 बजे सोनारी गुरुद्वारा से शुरु होकर एयरपोर्ट चौक, सर्किट हाउस गोलचक्कर, जुस्को गोलचक्कर, कीनन स्टेडियम मार्ग, साकची गोलचक्कर होते हुए साकची गुरुद्वारा साहिब परिसर में इसका समापन शाम को लगभग 5 बजे हुआ. नगर कीर्तन में काफी संख्या में सिख समुदाय के लोग शामिल हुए. नगर कीर्तन जिस मार्ग से गुजरा, जोरदार स्वागत किया गया. वहीं नगर कीर्तन में शामिल गुरुद्वारा कमेटियों एवं स्कूली छात्र-छात्राओं ने कई करतब दिखाए.
नगर कीर्तन में शामिल भाजपा नेता अमरप्रीत सिंह काले ने राज्य के लोगों को गुरु पर्व की शुभकामनाएं दी, साथ ही गुरु नानक देव जी के बताए आदर्शो को जीवन में आत्मसात कर संकल्प लेने की अपील की. साथ ही इतने वृहद आयोजन के सफल संचालन के लिए गुरुद्वारा कमेटियों एवं पुलिस प्रशासन के प्रति आभार जताया.
इस अवसर पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता एवं समाजसेवी अमरप्रीत सिंह काले हर वर्ष की भांति इस पवित्र यात्रा में शामिल हुए और श्रद्धा, भक्ति एवं समर्पण भाव के साथ गुरुनानक देव जी के उपदेशों का स्मरण किया. मौके पर श्री काले ने कहा कि ईश्वर के गुण गाओ, ईमानदारी से कर्म करो और बांट कर खाओ, यही गुरु नानक देव जी का अमूल्य संदेश है. उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी का जीवन मानवता, समानता, सेवा और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है. जात-पात और ऊंच-नीच के भेद को समाप्त कर सभी का सम्मान करना ही गुरु महाराज जी के संदेश का मूल तत्व है.
श्री काले ने कहा कि गुरु परंपरा हमें ‘नाम जपो, किरत करो और वंड छको’ अर्थात ईश्वर का नाम जपना, ईमानदारी से मेहनत करना और जो कमाया है उसे दूसरों के साथ बांटना का जीवन दर्शन सिखाती है. यही विचारधारा समाज में सकारात्मक परिवर्तन की आधारशिला है.
नगर कीर्तन के दौरान श्रद्धालुओं ने ‘सतनाम वाहेगुरु’ और ‘जो बोले सो निहाल’ के जयकारों से वातावरण को भक्तिमय बना दिया. गुरुवाणी की मधुर ध्वनि और सुसज्जित झांकियों के साथ श्रद्धालु नगर भ्रमण करते हुए गुरु नानक देव जी की शिक्षाओं का प्रसार करते रहे. आयोजन में सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक समिति, सभी गुरुद्वारा कमेटियां, स्त्री सत्संग सभा, सेंट्रल सिख नौजवान सभा, विभिन्न विद्यालयों, सामाजिक संस्थाओं, संगठनों एवं प्रशासनिक तंत्र का सराहनीय सहयोग रहा. सभी के सामूहिक प्रयास से यह कार्यक्रम शांतिपूर्ण, अनुशासित और भव्य रूप में संपन्न हुआ.
