भूमिज समाज की एकता व संस्कृति को जीवित रखने पर जोर

पोटका विधायक संजीव सरदार से मिला भारतीय आदिवासी भूमिज समाज, ओडिशा का प्रतिनिधिमंडल
पोटका : भारतीय आदिवासी भूमिज समाज, ओडि़शा प्रदेश का प्रतिनिधिमंडल पोटका विधायक संजीव सरदार से तेंतला इम्पीरियल रिसॉर्ट में मिलकर बैठक की. इसकी अध्यक्षता विधायक संजीव सरदार ने की. इसमें भूमिज समाज से जुड़े विभिन्न विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई और समाज की एकता, भाषा एवं संस्कृति को सशक्त बनाने के लिए कई निर्णय लिए गए. बैठक में ओडिशा के सभी जिलों का सर्वेक्षण कर भूमिज समाज की वर्तमान स्थिति का आकलन करने और संगठन को मज़बूत बनाने का निर्णय लिया गया. सर्वसम्मति से बालेश्वर जिले के नीलगिरि ब्लॉक के सियाडीमाल मौजा में एक सांस्कृतिक भवन निर्माण का प्रस्ताव पारित किया गया. इसके साथ ही भूमिज भाषा के संरक्षण और प्रसार के लिए बालेश्वर जिला (भुटा सिमली, भेजीगोठो एवं खैरबनी) और मयुरभंज जिला (वैद्यपुर एवं हरिपुर) में भूमिज भाषा के स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया.
बैठक में समाज की सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने के लिए पारंपरिक वाद्ययंत्र एवं साड़ी वितरण जैसी योजनाओं को भी आगे बढ़ाने का संकल्प लिया. प्रतिनिधियों ने बताया कि आगामी दिसंबर माह में ‘देशुवा करम महोत्सव’ का भव्य आयोजन किया जाएगा, जिसमें मयुरभंज, बालेश्वर, भद्रक, क्योंझर, सुंदरगढ़ समेत ओडिशा प्रदेश के विभिन्न जिलों से भूमिज समाज के लोगों को आमंत्रित किया जाएगा.
आपसी एकता ही सबसे बड़ी ताकत
इस दौरान विधायक ने कहा कि किसी भी समाज की सबसे बड़ी ताकत उसकी एकता होती है. भूमिज समाज का गौरवशाली इतिहास और समृद्ध संस्कृति रही है. समाज को चाहिए कि अपनी भाषा और परंपराओं को जीवित रखते हुए बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें. क्योंकि शिक्षा ही समाज को नई दिशा देती है. बैठक में भारतीय आदिवासी भूमिज समाज से जुड़े मंगु सिंह, हरेकृष्ण सिंह, सुजाता सिंह, हाड़ीबंधु सिंह, गदाधर सिंह, सोनिया सिंह, नरोत्तम सिंह, भांजो सिंह, पानेश्वर सिंह सहित कई प्रतिनिधि मौजूद रहे.