झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र अगस्त के अंत तक फिर शुरू होने की संभावना, शिबू सोरेन के निधन के कारण हुआ था स्थगित

रांची। झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र अगस्त के अंतिम सप्ताह में दोबारा शुरू हो सकता है। यह सत्र पहले 4 से 7 अगस्त तक निर्धारित था, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन के कारण पहले ही दिन की कार्यवाही के बाद अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। शोक प्रस्ताव पढ़ने के बाद विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने इसकी घोषणा की थी।अब संभावना है कि यह सत्र तीन दिनों के लिए फिर से आयोजित किया जाएगा, हालांकि इसकी अंतिम तिथि को लेकर आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं की गई है।
सूत्रों के अनुसार, विधानसभा अध्यक्ष सदन के नेता से परामर्श के बाद सत्र को पुनः बुला सकते हैं और इसके लिए राज्यपाल या मंत्रिपरिषद की पूर्व स्वीकृति की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि संसदीय नियमों में इसकी अनुमति है।इस आगामी सत्र में राज्य की राजनीति और प्रशासन से जुड़े कई गंभीर और अहम मुद्दों पर चर्चा होने की संभावना है। इनमें प्रमुख रूप से 1932 खतियान आधारित स्थानीयता नीति, अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़ा वर्ग आरक्षण में बढ़ोतरी, सरना धर्म कोड की मांग और सरकार का विश्वास मत शामिल हैं।
इसके साथ ही चालू वित्तीय वर्ष का अनुपूरक बजट पारित करना भी आवश्यक होगा।शिबू सोरेन के निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई थी, जिसे देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया था। यह पहली बार है जब किसी वरिष्ठ राजनेता के निधन के कारण झारखंड विधानसभा का सत्र अनिश्चितकाल के लिए रोका गया हो। अब जब सत्र फिर से शुरू होने की तैयारी में है, तो सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि सरकार किन अहम प्रस्तावों को सदन में लाकर पारित कराने की कोशिश करेगी और विपक्ष क्या रुख अपनाएगा।