खो-खो प्रतियोगिता के दोनों ग्रुप में विवेक विद्यालय का जलवा
साकची बोधि मैदान में चल रहे बाल मेला में कई प्रतियोगिताएं
जमशेदपुर : साकची बोधि मैदान में चल रहे बाल मेला में खेले गये खोखो प्रतियोगिता (बालक) के ग्रुप सी में विवेक विद्यालय, छोटा गोविंदपुर की टीम प्रथम जबकि मेसर्स पोटका की टीम दूसरे स्थान पर रही. बालिका वर्ग में विवेक विद्यालय, छोटा गोविंदपुर की टीम प्रथम रही जबकि श्रीकृष्ण पब्लिक स्कूल की टीम दूसरे स्थान पर रही. ग्रुप डी (बालक वर्ग) में एसएस प्लस 2 हाईस्कूल की टीम प्रथम रही जबकि दूसरे स्थान पर जेवियर पब्लिक स्कूल की टीम रही. ग्रुप डी (बालिका वर्ग) में एसएस प्लस 2 हाई स्कूल की टीम प्रथम रही जबकि डिस्ट्रिक्ट सीएम एसओई बीपीएम, बर्मामाइंस की टीम दूसरे स्थान पर रही.
वहीं शतरंज (बालक वर्ग में) सारांश सिंह प्रथम रहे जबकि एस. संकल्प कुमार द्वितीय और राघवेंद्र गुप्ता तृतीय स्थान पर रहे. ऐसे ही बालिका वर्ग में प्रथम स्थान पर मोनाली विश्वास, दूसरे स्थान पर तान्या कुमारी और तीसरे स्थान पर ईशिता चौधरी रही. कबड्डी जूनियर टीम प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर जुस्को स्कूल, साउथ पार्क की टीम जबकि द्वितीय स्थान पर विकास विद्यालय, मानगो की टीम रही. समाजसेवी शिवशंकर सिंह और मस्तान सिंह ने विजेताओं को पुरस्कृत किया.
नाटक से दिया संदेश घर से ही शुरु होगा प्रदूषण का अंत
बाल मेले में मौजूदा प्रदूषण की समस्या पर करारा प्रहार करते हुए वायुवीर संस्था ने एक लघु नाटिका पेश की, जिसका शीर्षक ‘प्रदूषण हटाओ, हवा बचाओ’ था. नाटक में प्रदूषण कैसे फैलता है, हम लोग कैसे अपने घर से ही प्रदूषण फैलाने का काम करते हैं, कैसे स्वच्छता का ध्यान नहीं रखते, कैसे घर के कूड़े को इधर-उधर फेंक देते हैं या फिर उसे चोरी-छुपे जला देते हैं, इस पर करारा वार किया गया. कुल पांच मिनट की इस लघु नाटिका का मैसेज बड़ा साफ है-प्रदूषण का अंत घर से ही शुरु होगा. इस लघु नाटिका के बाद बाल विवाह के विरुद्ध लोगों को शपथ दिलाई गई. लघु नाटिका में सोम कंसारी, रिंकू पाल, रिंकी पाल, हुसैन, साहिल और छोटी गोराई ने अभिनय किया. नाटक के लेखक रिंकू पाल जबकि निदेशक सोम कंसारी हैं.
अमर सेन के छाया नाटक से लोग अचंभित
बाल मेले में अंतरराष्ट्रीय स्तर के हैंड स्टेडोग्राफर अमर सेन ने अपनी हथेलियों का कमाल दिखाया.शो शुरू करने के पहले उन्होंने स्मॉल इंपॉसिबल और इंपोसिबल के दो उदाहरण दिए. इसके बाद उन्होंने महुआ चक्रवर्ती के हाथ से चिडिय़ा बनवाया, फिर सुधीर चौरसिया के हाथ से कुत्ते का चेहरा बनवाया. चटपटे अंदाज में उनकी पूरी प्रस्तुति रही. अपने शो की शुरुआत में कहानी की थीम के अनुसार सबसे पहले हाथी बनाया, इसके बाद दो कुत्ते बनाए, जो आपस में लड़ते हैं. उन्होंने समुद्र की लहरें भी बनाई. समुद्र के किनारे उन्होंने केकड़ा भी बनाया.
इन्सट्रूमेंटल प्रतियोगिता में रुद्राक्ष देव प्रथम
बाल मेले में आयोजित इन्सट्रूमेंटल प्रतियोगिता में रुद्राक्ष देव प्रथम रहे जबकि अनिकेत चौधरी द्वितीय और मार्शल टुडू तृतीय स्थान पर रहे. इन तीनों को सुबोध श्रीवास्तव, आशुतोष राय और अभय सिंह ने पुरस्कृत किया.
