October 17, 2025

ज़िंदगी एक सफ़र है, बस गुज़र बसर है – डॉ मनोज

IMG-20250808-WA0031

सर्च न्यूज , सच के साथ : द पोयट विदिन :

एक तिश्नगी है ज़िंदगी
एक आहिस्ता असर है।

वफ़ा, ज़फा, साथ, जुदाई
मिलकर एक भंवर है ।

आ ज़िंदगी ज़रा आजमा लें
कौन यहां अजर अमर है ।

कभी मिलाए कभी चुराए
ज़िंदगी एक ऐसी नज़र है।

नाम दे ज़िंदगी को ‘आजिज़’
कभी धर, कभी अधर है।

डॉ मनोज आजिज़