महिलाओं और युवाओं ने घाटशिला में सियासी समीकरण बदले
घाटशिला की सियासत में महिलाओं और युवाओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। बिहार के चुनावों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा, जो उनकी बढ़ती राजनीतिक जागरूकता को दर्शाता है। नीतीश कुमार की सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं शुरू कीं, जैसे कि साइकिल योजना, बालिका शिक्षा प्रोत्साहन, और शराबबंदी। इन नीतियों ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं को राजनीतिक रूप से सजग बनाया है¹।
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
- 2015 के चुनाव में महिला और पुरुष मतदान में 7.16 प्रतिशत का अंतर था, जो अब बढ़कर 8.8 प्रतिशत हो गया है।
- महिलाओं का मतदान प्रतिशत 71.6% रहा, जबकि पुरुषों का 62.8% था।
- महिलाओं ने संख्या के लिहाज से भी 5 लाख से अधिक वोट पुरुषों से ज्यादा डाले।
युवाओं की भूमिका
- युवाओं ने भी चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- उनकी मतदान में बढ़ती भागीदारी ने चुनाव के परिणामों को प्रभावित किया है।
यह बदलाव घाटशिला की सियासत में एक नए युग की शुरुआत का संकेत है, जहां महिलाएं और युवा अपनी आवाज उठा रहे हैं और राजनीतिक प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं।
