December 1, 2025

झारखण्ड पुलिस के 14 पदाधिकारी एवं कर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्री दक्षता पदक सम्मान

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रांची : झारखण्ड राज्य में उग्रवादी संगठनों पर करारा प्रहार लगातार जारी है. फलस्वरुप नक्सल उन्मूलन अभियान में लगातार उल्लेखनीय सफलता हासिल हो रही है. नक्सल उन्मूलन अभियान में उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए केंद्रीय गृहमंत्री, भारत सरकार द्वारा विशेष अभियान हेतु केंद्रीय गृह मंत्री दक्षता पदक से झारखण्ड पुलिस के 14 पदाधिकारी एवं कर्मियों को सम्मानित किया गया है.
श्री अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक, रेल (तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक, अभियान), डॉ. माईकलराज एस०, पुलिस महानिरीक्षक, अभियान (तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक, बोकारो), इन्द्रजीत माहथा, पुलिस उप-महानिरीक्षक, झारखण्ड जगुआर, सुरेन्द्र कुमार झा, पुलिस उप-महानिरीक्षक, कार्मिक (तत्कालीन पुलिस उप-महानिरीक्षक, बोकारो), मनोज स्वर्गियारी, समादेष्टा, झा०स०पु०-3. गोविन्दपुर, धनबाद (तत्कालीन पुलिस अधीक्षक, बोकारो), मिथिलेश कुमार, उप-समादेष्टा, अभियान के साथ कुल 14 पदाधिकारी एवं कर्मियों को यह सम्मान मिला.
ज्ञात हो कि विगत दो दशकों से शीर्ष नक्सलियों का गढ़ एवं शरणस्थली पारसनाथ पहाड़ी (गिरिडीह) एवं लुगु-झुमरा पहाड़ (बोकारो) को सुरक्षा बलों द्वारा भाकपा (माओ०) उग्रवादी संगठन की गतिविधी से मुक्त कराया गया है. उल्लेखनीय है कि इस इलाके के शीर्ष माओवादी कमान्डर अन्य जिलों में भी क्रियाशील हैं. संयुक्त सुरक्षाबलों के द्वारा जनवरी-2025 से अप्रैल-2025 तक चलाये गये अभियान के दौरान कुल-10 नक्सली कमान्डर मुठभेड़ में मारे गये हैं एवं भारी संख्या में हथियारों का जखीरा एवं गोली बरामद हुआ.
अभियान की शुरूआत में 22 जनवरी, 2025 को पेक नारायनपुर थाना अंतर्गत ग्राम वंशी एवं जड़वा के पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो कुख्यात माओवादी मारे गये एवं दो इंसास रायफल एवं एक एके-47 रायफल की बरामदगी की गयी. उक्त अभियान के दौरान 15 लाख ईनामी नक्सली रणविजय महत्तो की गिरफ्तारी भी हुई है.
आसूचना आधारित सुरक्षाबलों का सघन अभियान पारसनाथ पहाड़ी (गिरिडीह) एवं लुगु-झुमरा पहाड़ (बोकारो) क्षेत्र में जारी रहा. अभियान के दौरान 21 अप्रैल, 2025 को ऑपरेशन ‘डाकाबेड़ा के तहत लुगु पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षाबलों को उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई. एक करोड़ ईनामी सीसीएम विवेक उर्फ प्रयाग मांझी अपने 8 कमान्डर/दस्ता सदस्यों के साथ मुठभेड़ में मारा गया. साथ ही विभिन्न प्रकार के 14 हथियारों की बरामदगी भी हुई. ऑपरेशन ‘डाकाबेड़ा’ के दौरान सुरक्षाबलों द्वारा सबसे चुनौतीपूर्ण बिना किसी नुकसान के माओवादी के गढ़ को खाली किया. इस अभियान के दौरान झारखण्ड के इतिहास में पहली बार एक करोड़ ईनामी सीसीएम स्तर का कमान्डर मारा गया. जनवरी से अप्रैल-2025 तक चलाये गये अभियान में झारखण्ड पुलिस के 14 पुलिस पदा०/कर्मियों अमोल विनुकांत होमकर, पुलिस महानिरीक्षक, रेल (तत्कालिन पुलिस महानिरीक्षक, अभियान), डॉ० माईकलराज एस०, पुलिस महानिरीक्षक, अभियान (तत्कालिन पुलिस महानिरीक्षक, बोकारो), इन्द्रजीत माहथा, पुलिस उप-महानिरीक्षक, झारखण्ड जगुआर, सुरेन्द्र कुमार झा, पुलिस उप-महानिरीक्षक, कार्मिक (तत्कालिन पुलिस उप-महानिरीक्षक, बोकारो), मनोज स्वर्गियारी, समादेष्टा, झा०स०पु०-3, गोविन्दपुर, धनबाद (तत्कालिन पुलिस अधीक्षक, बोकारो), मिथिलेश कुमार, उप-समादेष्टा, अभियान, पु०अ०नि० जितेन्द्र कुमार, पु०अ०नि० मंटु कुमार, आ० दीनबन्धु शेखर, आ० पारष कुमार वर्मा, आ० विकाश कर्माकर, आ० भागीरथ रजवार, आ० शिवनन्दन हांसदा एवं आ० अजय मेहता के उत्कृष्ट नेतृत्व, कर्तव्यनिष्ठा और बहादुरी को सराहते हुए विशेष अभियान हेतु केंद्रीय गृह मंत्री दक्षता पदक से सम्मानित किया गया. महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखण्ड के नेतृत्व में नक्सलियों के विरूद्ध चौतरफा संयुक्त अभियान जारी है एवं इसके लगातार प्रभावी परिणाम भी दिख रहे हैं.