डिजिटल रेप एक गंभीर यौन अपराध है जिसमें किसी व्यक्ति के प्राइवेट अंगों में उंगलियों या किसी वस्तु का प्रवेश कराया जाता है बिना उनकी सहमति के। यह अपराध शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से गहरा प्रभाव डालता है।
*क्या है डिजिटल रेप?*
डिजिटल रेप का मतलब है बिना सहमति के किसी व्यक्ति के प्राइवेट अंगों में उंगलियों या किसी वस्तु का प्रवेश कराना। यहाँ "डिजिटल" शब्द का अर्थ डिजिटल टेक्नोलॉजी नहीं, बल्कि उंगली से है।
*कानूनी प्रावधान*
भारतीय कानून में डिजिटल रेप को बलात्कार की श्रेणी में रखा गया है। इसके लिए सख्त सज़ा का प्रावधान है: - *न्यूनतम सज़ा*: 7 साल से लेकर 10 साल तक की जेल - *अधिकतम सज़ा*: आजीवन कारावास
*महत्वपूर्ण बातें*
- पीड़िता की उम्र और अपराध की गंभीरता के आधार पर सज़ा तय की जाती है। - अपराधी को कठोर कारावास और जुर्माने की सज़ा हो सकती है। - पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए विशेष अदालतें और कानूनी सहायता प्रदान की जाती है।