कमरछठ पर छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने की सामूहिक पूजा

सर्च न्यूज,सच के साथ : जमशेदपुर
संतान की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना के लिए किया व्रत व पूजन
जमशेदपुर। भगवान बलराम की जन्मजयंती और भादो मास के कृष्णपक्ष की षष्ठी के अवसर पर छत्तीसगढ़ी समाज की महिलाओं ने श्री श्री शीतला माता मंदिर, टुइलाडूंगरी में सामूहिक रूप से कमरछठ (हलषष्ठी) व्रत और पूजन किया। इस अवसर पर महिलाओं ने संतान प्राप्ति, संतान के स्वास्थ्य, लंबी आयु और सुख-समृद्धि की कामना की।
परंपरा के अनुसार, महिलाएं मंदिर या घर पर एकत्र होकर जमीन में गड्ढा खोदकर अथवा अस्थायी सागरी बनाकर, ब्राह्मण से कथा सुनकर गौरी-गणेश और भगवान बलराम की पूजा से आरंभ करती हैं। पूजन सामग्री में भैंस का दूध, दही, घी, लाई, महुआ, कांसी, पसहर चावल, फूल, दूब, रोली, चंदन, नारियल, सुहाग सामग्री, बच्चों के खिलौने और छह प्रकार की भाजी शामिल होती है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि शहर में जहां-जहां छत्तीसगढ़ी समाज के लोग रहते हैं, वहां महिलाएं सामूहिक रूप से पूजा कर अपने बच्चों के लिए आशीर्वाद मांगती हैं। पूजा में मंदिर समिति के कोषाध्यक्ष त्रिवेणी कुमार ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए हलषष्ठी की छह कथाएं सुनाईं और पूजन सम्पन्न कराया।
व्रतधारी महिलाओं में जमुना निषाद, हेमा साहू, सोनी साहू, चांदनी साहू, लक्ष्मी साहू, शारदा यादव, पुष्पा साहू, राजेश्वरी देवी, संध्या देवी, हेमपुष्पा निषाद, रोहिणी देवी, प्रिया देवी, रिंकी साहू, सोनी देवी, सीमा कुमारी, बेनी देवी, लक्ष्मी देवी, चित्रा देवी, निर्मला साहू, अनुपा साहू, कुंती, पार्वती देवी, कमला निषाद, मनोरमा साहू, बबली निषाद, फुलेश्वरी निषाद, नंदनी साहू, चंदा साहू समेत सैकड़ों महिलाएं शामिल रहीं।
पूजन को सफल बनाने में गिरधारी साहू, मोतीलाल साहू, खलेश्वर साहू, त्रिवेणी निषाद, गंगाराम साहू, चंद्र भूषण, रोशन साहू आदि का सहयोग रहा।
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