दादीजी के मंगलपाठ में झूमी मारवाड़ी समाज की महिलाएंकोलकाता की शिल्पी ने भजनों से बांधा समां

सर्च न्यूज, सच के साथ :
जमशेदपुर : साकची महालक्ष्मी मंदिर में भादो अमावस्या पर राणी सती दादी का महामंगलपाठ आयोजित हुआ, जिसमें समाज की महिलाएं पारंपरिक परिधान में हाथों में मेहंदी रचाये दादी के मंगलपाठ में शामिल हुईं. कोलकाता की शिल्पी वर्मा ने मंगलपाठ कर महिलाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया. इसका शुभारंभ गणेश वंदना ‘म्हारा प्यारा गजानंद आइज्यो, रिद्ध सिद्ध न सागै लाइज्यो जी’ से किया गया. भजन गायक ने धोय धोये आंगना में आवो म्हारी दादी जी…, मोटी सेठानी म्हारो बेड़ों पार लगाणो पड़सी…, म्हारी तनधन से लौ लागी ये माय…, दूजो वर नहीं ब्याहूंगी…, तेरा किसने किया सिंगार मैया बड़ी प्यारी लागे…, मेहंदी रची थारा हाथा में, घूरे काजल आंख्या में… आदि भजनों की प्रस्तुति दी. धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने में अध्यक्ष कमल अग्रवाल, सचिव प्रमोद भालोटिया, मनोज अग्रवाल, राजकुमार चंदुका, सुरेश खेमका, ओमप्रकाश अग्रवाल, सुमन अग्रवाल, नरेश संघी, अमित अग्रवाल, अंकित मोदी, गौरव अग्रवाल, अभिषेक अग्रवाल, सन्नी संघी सहित मंजू चंदुका, रेखा अग्रवाल, शकुन अग्रवाल, पुष्पा संघी, सीमा चेतानी, सुनीता मोदी, रुक्मिणी, सुशीला, मंजू, संगीता चौधरी, किरण देबुका, उमा चेतानी, सुशीला अग्रवाल आदि का सहयोग रहा.