रांची के साहित्यकार को मिला राष्ट्रीय गौरव‚ डॉ मयंक मुरारी होंगे तुलसी सारस्वत सम्मानित

राँची के डॉ मयंक मुरारी को मिलेगा ‘तुलसी सारस्वत
सम्मानजमशेदपुर : सिंहभूम जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन/तुलसी भवन द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित सम्मान ‘तुलसी सारस्वत सम्मान’ राँची के वरिष्ठ साहित्यकार एवं समाजसेवी डॉ मयंक मुरारी को प्रदान करने का निर्णय तुलसी भवन कार्यकारिणी ने लिया है.डा मयंक मुरारी एक विचारक और सक्रिय लेखक हैं. वे सामाजिक/ व्यक्तिगत विकास के लिए लिखते और काम करते हैं. वे भारत के ज्ञान प्रणाली के आंतरिक मूल्य और अंतर्निहित पहलू पर सोचते हैं और चिंतन करते हैं.
उन्होंने 30 सालों में अभी तक 18 किताबें और 700 से अधिक रिपोर्ट, भारतीय समाचार पत्र और पत्रिका में लिख चुके हैं. इन कार्यों के कारण उन्हें कई अवार्ड और पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. वे उषा मार्टिन में महाप्रबंधक सीएसआर और पीआर के रूप में काम कर रहे हैं और पिछले 15 सालों से गांवों के टिकाऊ विकास के प्रति संकल्पित है. समय समय पर समाज की सामूहिक जागरूकता के लिए विभिन्न मंचों से व्याख्यान भी देते है. साहित्य एवं समाज सेवा के क्षेत्र में उनके अतुलनीय योगदान के फलस्वरूप इस वर्ष सम्मान में अंगवस्त्र, श्रीफल, सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, पुष्प गुच्छ के साथ 51000 रु. का चेक भी प्रदान किया जाएगा. उपरोक्त सम्मान पूर्व में मुंबई के वरिष्ठ आलोचक करुणाशंकर उपाध्याय, गुमला के समाजसेवी विकास भारती के अशोक भगत, चाकुलिया के समाजसेवी स्व पुरुषोत्तम दास झुनझुनवाला, हिन्दी व्याकरण के सुप्रसिद्ध विद्वान कमलेश कमल को प्रदान किया गया है.