गलवान विवाद के बाद पहली बार चीन दौरे पर जा सकते हैं पीएम मोदी

नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगभग छह वर्षों बाद चीन यात्रा पर जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि वह 31 अगस्त से 1 सितंबर 2025 के बीच शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की समिट में हिस्सा ले सकते हैं। यह दौरा इसलिए भी बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि यह गलवान घाटी में भारत-चीन झड़प के बाद पहली बार होगा जब मोदी चीन की सरजमीं पर कदम रखेंगे।भारत इस समय अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद के बीच बैलेंस्ड डिप्लोमैसी अपना रहा है। जहां एक ओर वॉशिंगटन के साथ रणनीतिक साझेदारी चल रही है, वहीं रूस और चीन जैसे देशों से संवाद भी बनाए रखा गया है।
अमेरिका और चीन के बीच बढ़ती तनातनी के बीच भारत की यह भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी का यह संभावित दौरा भारत की बहुपक्षीय विदेश नीति को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह दौरा सिर्फ भारत-चीन संबंधों के लिहाज़ से नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय शक्ति समीकरणों के लिहाज़ से भी काफी अहम साबित हो सकता है।इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी के जापान दौरे की भी चर्चा है। ऐसे में आने वाले महीनों में भारत की वैश्विक कूटनीति और सक्रिय भूमिका दुनिया के सामने और अधिक स्पष्ट हो सकती है।