October 19, 2025

हरियाली तीज 27 जुलाई को: जानिए क्यों मनाया जाता है शिव-पार्वती के प्रेम और समर्पण का यह पावन पर्व

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हरियाली तीज नारी शक्ति, प्रेम, तपस्या और प्रकृति की हरियाली का उत्सव है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के पुनर्मिलन की स्मृति में मनाया जाता है।

हर साल 27 जुलाई को महिलाएं पूरी श्रद्धा और उत्साह से हरियाली तीज का त्योहार मनाती हैं। सावन महीने में आने वाला यह पर्व न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ा है, बल्कि प्रकृति के सौंदर्य, हरियाली और नारी सशक्तिकरण का प्रतीक भी है।

🌿 क्यों मनाते हैं हरियाली तीज?

हरियाली तीज का सीधा संबंध माता पार्वती और भगवान शिव के दिव्य प्रेम से है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में पाने के लिए 108 बार जन्म लिया और कठोर तप किया। आखिरकार श्रावण शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान शिव ने उन्हें स्वीकार किया।

इस पुनर्मिलन की स्मृति में हर साल यह दिन सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष व्रत और पूजन के रूप में मनाया जाता है।

🌼 इस दिन क्या होता है?

महिलाएं हरा वस्त्र, चूड़ियां और मेंहदी पहनकर सजती-संवरती हैं।निर्जला व्रत रखती हैं और शिव-पार्वती की कथा सुनती हैं।झूला झूलती हैं, लोकगीत गाती हैं और त्योहार को सावन के उत्सव की तरह मनाती हैं।

धार्मिक आस्था के साथ प्रकृति प्रेम भीसावन का महीना वैसे भी हरियाली और वर्षा का समय होता है। इसलिए यह तीज पर्व प्रकृति के सौंदर्य और स्त्री के आंतरिक बल और श्रद्धा का उत्सव बन जाता है।