October 24, 2025

छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना के बेहतर संचालन पर हुई चर्चा, अन्य बुनियादी समस्याएं सुनी

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उपायुक्त ने उत्तरी सरजामदा पंचायत में बैठक कर सुनी ग्रामीणों की समस्याएं

जुगसलाई विधानसभा के विधायक, जिला परिषद अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष प्रखंड प्रमुख, जिप सदस्य, मुखियागण, पंसस व अन्य जनप्रतिनिधि, ग्रामीण हुए शामिल

जमशेदपुर : उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने उत्तरी सरजामदा पंचायत भवन में स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों के साथ बैठक की. बैठक में जुगसलाई विधानसभा के विधायक मंगल कालिंदी, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, उपाध्यक्ष पंकज, जिला परिषद सदस्य डॉ. परितोष सिंह, प्रखंड प्रमुख, 21 पंचायतों के मुखिया, पंचायत समिति सदस्य, वार्ड सदस्य, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे.
बैठक का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की मूलभूत समस्याओं की जानकारी प्राप्त करना तथा उनके निराकरण की दिशा में ठोस पहल करना था. इस क्रम में छोटा गोविंदपुर जलापूर्ति योजना की कार्यप्रणाली एवं संचालन पर चर्चा की गई. यह योजना वर्तमान में 21 पंचायतों में नियमित पेयजलापूर्ति एवं एक पंचायत में आंशिक आपूर्ति सुनिश्चित कर रही है, पेयजलापूर्ति सुगम तरीके से किया जा रहा है. योजना के बेहतर संचालन एवं सुचारु कार्यान्वयन हेतु विभागीय प्रावधानों के अनुरूप नई संचालन समिति का गठन किया गया है, जिसके माध्यम से जलापूर्ति व्यवस्था को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाने का प्रयास है.
उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन का प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों की हर बुनियादी समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से भी सहयोग एवं सुझाव देने की अपील की. मौके पर सीओ जमशेदपुर सदर मनोज कुमार, बीडीओ सुमित प्रकाश, कार्यपालक दण्डाधिकारी सह डीपीओ सुदीप्त राज, कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित रहे.

समस्याओं को किया सूचीबद्ध, बीडीओ को सौंपने की बात कही

बैठक में ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों ने अन्य बुनियादी समस्याओं को भी विस्तारपूर्वक रखा, जिसमे स्ट्रीट लाइट की खराबी, मध्य हलुदबनी पंचायत के एक विद्यालय में चारदीवारी का अभाव, शौचालय की कमी, पेयजल सुविधा, सड़क मरम्मत एवं अन्य जनसुविधाओं से जुड़ी समस्याएं प्रमुख थीं. उपायुक्त ने सभी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए उन्हें सूचीबद्ध कर बीडीओ जमशेदपुर सदर को सौंपने की बात कही. उन्होंने निर्देश दिया कि जिन समस्याओं का तत्काल निराकरण संभव है, उन पर तकनीकी एवं प्रशासनिक स्तर पर तुरंत पहल की जाए तथा शेष समस्याओं का भी समयबद्ध समाधान सुनिश्चित किया जाए.