October 18, 2025

मानसून सत्र से पहले बैठक हुई‚ सभी दलों ने शांति का भरोसा दिलाया

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झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र 1 अगस्त से 7 अगस्त तक चलेगा, और इस सत्र से पहले मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष रविंद्र नाथ महतो की अध्यक्षता में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का उद्देश्य सत्र को शांतिपूर्ण‚ सौहार्द्रपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संचालित करने पर आम सहमति बनाना था।

इस महत्वपूर्ण बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रदीप यादव, लोजपा विधायक जनार्दन पासवान, आजसू पार्टी के तिवारी महतो, विधायक जयराम महतो और अरूप चटर्जी सहित कई दलों के वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

बैठक के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि “जैसे राज्य में अच्छी मानसूनी वर्षा हुई है, वैसे ही यह मानसून सत्र भी सकारात्मक और शांतिपूर्ण हो‚ ऐसी अपेक्षा है।” उन्होंने सभी दलों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सदन में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा और राजनीतिक महत्व के मुद्दों पर सार्थक बहस की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की स्वास्थ्य स्थिति पर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि “गुरुजी का इलाज डॉक्टरों की निगरानी में जारी है और उनकी हालत अब पहले से बेहतर है।”नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सत्र की केवल पाँच दिनों की अवधि को लेकर चिंता जताई। उनका कहना था कि इतने कम समय में इतने सारे गंभीर विषयों पर विस्तार से चर्चा कर पाना कठिन होगा।

साथ ही उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक दल की बैठक बुधवार को पार्टी कार्यालय में बुलाई गई है, जहाँ आगे की रणनीति तय की जाएगी।इधर, वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने जानकारी दी कि इस बार के सत्र को ‘किसान सत्र’ का नाम देने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री द्वारा रखा गया है। उन्होंने कहा कि सरकार हर विषय पर चर्चा और उत्तर देने के लिए तैयार है।

विशेष रूप से खेती, फसल नुकसान, सड़क क्षति और ग्रामीण आवासीय संकट जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी जाएगी।वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि 6 अगस्त को एक विशेष चर्चा दिवस निर्धारित किया गया है‚ जिसमें कृषि और ग्रामीण विकास से जुड़े मुद्दों पर विशेष संवाद होगा।