उपायुक्त ने नगर परिषद क्षेत्र का किया दौरा‚ सफाई से लेकर पार्क तक दिए सख्त निर्देश

जमशेदपुर : उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने आज जुगसलाई नगर परिषद क्षेत्र का निरीक्षण किया. इस दौरान उपायुक्त ने नगर परिषद कार्यालय, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, डंप यार्ड, नगर परिषद पार्क तथा आयुष्मान आरोग्य मंदिर का स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.नगर परिषद कार्यालय के निरीक्षण के दौरान कार्यालय परिसर एवं नगर परिषद क्षेत्र में सफाई व्यवस्था, सफाई कर्मियों की तैनाती, फाइल संधारण की स्थिति तथा नागरिक सेवाओं के निष्पादन की प्रक्रिया की समीक्षा की. उपायुक्त ने कार्यालय व्यवस्था को और अधिक सुव्यवस्थित करने के निर्देश दिए ताकि आमजन को त्वरित और सुलभ सेवाएं मिल सकें. कार्यालय भवन के ऊपरी तल पर निर्मित मार्केट प्लेस में बने दुकानों का भी निरीक्षण किया, जिनका शीघ्र आवंटन करने का निर्देश कार्यपालक पदाधिकारी संदीप पासवान को दिए.नगर परिषद पार्क के निरीक्षण में उपायुक्त ने पार्क के बेहतर रखरखाव, स्वच्छता और सौंदर्यीकरण पर बल देते हुए निर्देश दिए. कहा कि जुस्को प्रबंधन से समन्वय स्थापित कर दिन के समय में भी पार्क में बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए, क्योंकि वर्तमान में केवल संध्या समय के बाद ही विद्युत सुविधा उपलब्ध रहती है.परिषद क्षेत्र अंतर्गत डंप यार्ड का निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने कचरा प्रबंधन की स्थिति का जायजा लिया और ठोस अपशिष्ट के समुचित निस्तारण को लेकर दिशा-निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन में लापरवाही नहीं बरती जाए और नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग द्वारा संचालित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भी निरीक्षण किया. उपायुक्त ने निर्देश दिया कि उक्त संयंत्र को नगर परिषद को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाए, ताकि पेयजल आपूर्ति में स्थानीय स्तर पर जवाबदेही सुनिश्चित हो सके.इसके अलावा आयुष्मान आयुष्मान आरोग्य मंदिर का निरीक्षण करते हुए उपायुक्त ने उपलब्ध दवाओं के भंडारण, चिकित्सा कर्मियों की उपस्थिति तथा सेवाओं की गुणवत्ता की समीक्षा की. उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए. उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि निरीक्षण के दौरान चिन्हित सभी मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करें, ताकि क्षेत्र के नागरिकों को बेहतर नागरिक सुविधाएं, समुचित चिकित्सा सुविधा एवं अन्य बुनियादी सुविधाएं सुलभ रूप से उपलब्ध कराई जा सके.