गोरुमहिसानी को नया ब्लॉक बनाने की मांग तेज, सर्वदलीय बैठक में लिए गए कई निर्णय

रायरंगपुर। मयूरभंज जिले के रायरंगपुर प्रखंड अंतर्गत गोरुमहिसानी लौह अयस्क खनन क्षेत्र को अलग ब्लॉक का दर्जा देने की मांग जोर पकड़ रही है। गुरुवार को गोरुमहिसानी स्थित मां गायत्री मंदिर प्रांगण में आयोजित सर्वदलीय बैठक में यह मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया गया।बैठक की अध्यक्षता विधायक प्रतिनिधि सह समाजसेवी अशोक कुमार महांत ने की। मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश सचिव नवीन कुमार राम और मुख्य वक्ता रायरंगपुर प्रखंड अध्यक्ष ज्ञानरंजन हेम्ब्रम सहित विभिन्न दलों के नेता, सरपंच, बुद्धिजीवी और आम लोग उपस्थित थे।वक्ताओं ने कहा कि गोरुमहिसानी एशिया का सबसे बड़ा लौह अयस्क खनन क्षेत्र है और इसे टाटा स्टील की मातृ खदान भी कहा जाता है। रायरंगपुर ब्लॉक कार्यालय यहां से करीब 17 किमी दूर है, जबकि कई पंचायतों के लोगों को 35 से 45 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। ऐसे में ग्रामीणों की सुविधा के लिए गोरुमहिसानी को अलग ब्लॉक बनाया जाना जरूरी है।
सभी सरपंच महीने में बैठक जरूर करे
विशिष्ट अतिथि पूर्व सरपंच रामचंद्र नायक ने सुझाव दिया कि सभी सरपंच महीने में एक बार बैठक कर प्रस्ताव तैयार करें और उसे ब्लॉक कार्यालय को भेजें। वहीं, मुख्य वक्ता हेम्ब्रम ने आश्वासन दिया कि वे इस मुद्दे को समिति की बैठक में रखेंगे। बैठक में यह भी बताया गया कि रायरंगपुर ब्लॉक की 9 ग्राम पंचायतों में जनसंख्या और दूरी दोनों बढ़ रही है। स्थिति को देखते हुए कुछ पंचायतों का विभाजन कर नई पंचायत बनाने की योजना है। इस आधार पर गोरुमहिसानी को ब्लॉक का दर्जा देने की मांग और भी मजबूत हो गई है।इस अवसर पर समाजसेवी उमेश साहू, देवाशीष मुदुली, बापी गिरी, बुलु बारिक, राजू साहू, विद्यापति गिरी, विचित्रानंद गिरी, नागेंद्र सेठी, तुषार कांत महानत, रामकृष्ण डे महाभारत समेत विभिन्न पंचायतों के सैकड़ों लोग उपस्थित थे।